नूर-ए-सहर
अपनी आंखों से हैं पाले रात के सारे पहर!
और क्या कीमत भरूं तू ही बता नूर-ए-सहर?
( नूर-ए-सहर - light of the dawn; पहर - unit of time)
मुस्कुराकर पी रहा हूं घूंट उन प्यालों से मैं,
जिनमें साकी ने भरी है थोड़ी मय, थोड़ा ज़हर!
( साकी - bartender, मय - liquor)
कल रात श्मशानों से ऐसी आ रही आवाज़ थी,
किसकी दुनियां? कौन राजा? कैसा घर? किसका शहर?
- कान्हा जोशी उदय
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